Name: | Rich Dad Poor Dad |
Author: | Robert Kiyosaki |
Buy Now on Amazon | Amazon Link |
Buy Now on Flipkart | Flipkart Link |
Pdf in English | Download |
PDF in Hindi | Download |
Hello दोस्तों,
आज मैं आपको एक ऐसी book के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसका name है Rich Dad Poor Dad . ये book पढ़ने के बाद आपका पैसे के प्रति पूरा नजरिया change हो जाएगा। इस book को पढ़ने के बाद आप जानेंगे के पैसे से पैसा कैसे कमाया जाता है।
अगर आप money से related अपना knowledge बढ़ाना चाहते है तो Rich Dad Poor Dad एक life-changing book है। ये book Robert Kiyosaki और Sharon Lechter के द्वारा 1997 में लिखी गयी थी।
अगर आप चाहे तो rich dad poor dad pdf या rich dad poor dad in hindi pdf भी पढ़ सकते है अगर आप physical book ना खरीद सके तो। तो चलिए जानते है इस बुक के बारे में।
इस book के author के दो पिता थे एक उसके खुद के जो अच्छे पढ़े लिखे थे पर अमीर नहीं थे और दूसरे जो उसके दोस्त के पिता थे जिन्हे वो अपने पिता की तरह ही समझते थे वो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे पर बहुत अमीर थे। अब Robert के पास अपने दोनों fathers से सिखने का मौका था। आप rich dad poor dad pdf hindi भी download करके पढ़ सकते है।
अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते है।
दोस्तों Rich Dad Poor Dad के lesson 1 में बताया गया है के अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते है बल्कि पैसा उनके लिए काम करता है। जबकि गरीब और मध्यम वर्गीय लोग पैसे के लिए काम करते है।
इस book में बताया गया है के ज्यादातर लोगो की एक कीमत होती है। उनकी कीमत इसलिए होती है क्योंकि हम सभी में दो भावनाये होती है एक है लालच और दूसरा है डर।
पहले तो बिना पैसे के रहने के डर से हमें कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है और इसमें बाद जब हम अपने पैसे के डर को खत्म करने के लिए कहीं job या नौकरी शुरू कर देते है तो हमें अपनी पहली salary मिलती है।
जब हमें salary मिलती है तो हम पर लालच की भावना हावी हो जाती है। पैसा होने के बाद हम उन बढ़िया चीजों के बारे में सोचना शुरू कर देते है जो उन पैसो से खरीदी जा सकती है।
फिर हमारी life का एक pattern बन जाता है के सुबह उठो, काम पर जाओ और पैसा खर्च करो। middle class लोगो की life हमेसा इसी pattern पर चली रहती है। अगर उन्हें ज्यादा पैसा दिया जाए तो वो अपना खर्च भी उसी हिसाब से बढ़ा लेंगे। इसी pattrern को rat race या चूहा दौड़ कहा जाता है जिसमे सभी गरीब लोग और middle class लोग फसे हुए है। हमें इस rat race से निकलने की कोशिश करनी चाहिए।
आर्थिक साक्षरता क्यों सिखायें।
Author कहते है की बहुत से लोग उनसे पूछते है की जल्दी से अमीर कैसे बना जाए। तो इसका एक सीधा सा उत्तर है अगर आप अमीर बनना चाहते हो तो आपके पास पैसे की समझ होनी चाहिए।
हमारा school system अभी भी उस जमाने का है जब खेती और कृषि ही अर्थव्यवस्था का आधार थी। हमारे schools में हमें पैसा बनाना नहीं सिखाया जाता है । इसलिए अमीर बनने के लिए पैसे की समझ होना बहुत जरूरी है।
सबसे पहले हमें assets यानि सम्पति और liabilities यानि दायित्व में फर्क पता होना चाहिए। अमीर बनने के लिए हमेसा assets खरीदने चाहिए न की liabilities. अमीर लोग हमेशा assets इकठा करते है और गरीब और middle class लोग liabilities इकठा करते रहते है और उनको लगता है वो assets इकठा कर रहे है।
अपने खुद के काम पर ध्यान केंद्रित करें।
अपने काम से काम रखो। लोगो की लाइफ में पैसे की तंगी इसलिए आती है क्योकि वो अपनी सारी ज़िंदगी दुसरो के लिए काम करते रहते है। कई लोगो के पास ज़िंदगी भर काम करने के बाद भी कुछ नहीं बच पता है।
हमारी आज की शिक्षा प्रणाली आज के युवाओं को नौकरी के लिए तैयार करती है न की अपना business करने के लिए। नौकरी से उन्हें तनख्वाह मिलती है और फिर उनकी पूरी life तनख्वाह के चारो तरफ घूमती रहती है।
वो doctors , Engineers बनने के लिए पढ़ाई करते है और यही पढ़ाई उनको पैसा कमाने में मदद करती है पर अभी भी वो पैसे के लिए ही काम कर रहे है न की पैसा उनके लिए।
अब जो पढ़ा जाए वही बन जाने में समस्या ये है की हम अपने काम से काम रखना भूल जाते है और अपना सारा जीवन दूसरे के काम में ध्यान लगाने में लगा देते है। इस तरह खुद अमीर बनने के बजाए दुसरो को अमीर बनाते जाते है।
गरीब और middle class लोग आर्थिक रूप से पुराने विचारों के होते है । वो risk लेने से डरते रहते है। जिंदगी भर अपनी नौकरी से चिपके रहते है और life में पैसे के खेल को सुरक्षित तरीके से खेलते है। और अमीर नहीं बन पाते है।
Tax का इतिहास और Corporation की ताकत।
Tax के बारे में पूरी तरह से समझने के लिए हमें पहले Tax के इतिहास को जानने की जरूरत है। सबसे पहले Tax अमीर लोगो से लिया जाता था पर धीरे धीरे टैक्स गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो से भी लिया जाने लगा। हम अपनी income का काफी हिस्सा tax में दे देते है।
Tax बचाने के बहुत से legal तरीके होते है जिनका use करके हम tax बचा सकते है बस हमें उसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। अपना finencial knowledge बढ़ाने के 4 मुख्य तरीके है।
- Accounting
- Investment
- knowledge of market
- knowledge of Law
अगर आपको इन चार चीजों का नॉलेज है तो आप फ़ालतू tax देने से बच सकते हो।
अमीर लोग पैसे का अविष्कार करते है।
गरीब और माध्यम बर्ग के लोग पैसे के लिए काम करते है पर अमीर लोग पैसा बनाते है। आप पैसे को जितना असली समझेंगे आप उसके लिए उतनी ही ज्यादा मेहनत करेंगे। अगर आप अपने मन में ये ठान ले के पैसा असली चीज नहीं है तो आप जल्दी अमीर बन सकते है।
हमारा दिमाग हमारा सबसे बड़ा धन है। अगर हम इसको अच्छी तरह से प्रशिक्षित करे तो हम ढेर सारी दौलत कमा सकते है। आज कल कुछ लोग zero से शुरू करके बहुत अमीर बने है और ऐसा अक्सर होता है जब वो अपना पैसा invest करते है चाहे वो stock market हो या Real Estate या कुछ और।
7 Best Motivational Books To Read For Students
सीखने के लिए काम करें पैसे के लिए काम न करें।
Robert के अमीर dad का मानना था की हमें पैसे के लिए काम नहीं करना चाहिए बल्कि जो पैसा हमारे पास है उसको काम पर लगाना चाहिए। जैसे अपने पैसे को कहीं invest करो या कोई asset खरीदो जो आपकी income बढाए न की कोई libelity खरीदो जिससे आपकी जेब से पैसा जाए।
हमें हमेशा अपना knowledge बढ़ाना चाहिए जिससे हम अपने लिए income generate कर सके। अगर हमारे पास कोई ऐसी skill है जो किसी और के पास नहीं है तो हम अपनी उस skill से related service देके अपने हिसाब से पैसा charge कर सकते है इसलिए सबसे पहले अपना focus कोई skill सिखने में लगाओ।
बाधाओं को पार करना।
अगर हमें पैसे की समझ आ भी जाए तो फिर आर्थिक आजादी पाने के लिए हमें बहुत से बाधाओं का सामना करना पड़ता है। हमारे अंदर के 5 चीजे होती है जो हमें पैसे की समझ होने के बाद भी हमें और पैसा कमाने से रोकती है। ये पांच चीजे है :-
- डर
- सनकीपन
- आलस
- बुरी आदते
- जिद
पैसा खोने का डर – पैसे का नुक्सान किसी को भी अच्छा नहीं लगता है चाहे वो अमीर हो या गरीब। पर अगर पैसा खोने के डर से हम कहीं पैसा invest ही न करे तो हम कभी भी अमीर नहीं बन सकते है। यहाँ समस्या पैसा खोने का डर नहीं है बल्कि उस डर से हम कैसे निपटते है। और यही फर्क होता है एक अमीर और एक गरीब में के वो इस डर का कैसे सामना करते है।
सनकीपन का सामना करना – जब भी हम कुछ करने लगते है तो हमारे मन में बहुत सी संकाये आती है जैसे मैं smart नहीं हूँ, वो मुझसे बेहतर है, मेरे पैसे invest करने के बाद market गिर गयी तो या सब कुछ मेरे हिसाब से नहीं हुआ तो।
वही हमारे कुछ दोस्त और रिश्तेदार भी हमें अपने सलाह देते है चाहे हमने उनसे सलाह न भी मांगी हो जैसे ये काम तुमसे नहीं हो पायेगा या अगर ये इतना आसान होता तो हर कोई कर लेता। ये बाते हमारे मन में डर पैदा कर देती है के में असफल हो जाऊँगा तो लोगो की negetive बातो पर focus करने के बजाए अपने काम पर focus करना चाहिए।
आलस – आलस हमें पैसा कमाने से रोकता है। यहाँ आलस का मतलब है ब्यस्त बने रहना। कुछ लोग अपनी job में इतना ब्यस्त हो जाते है की उन्हें अपनी family का भी ध्यान नहीं रहता न ही अपनी health का। इसलिए दोनों चीजों में manage कर के चलना चाहिए।
बुरी आदते – हमारी life में शिक्षा से ज्यादा असर हमारी आदते डालती है। सबसे पहले खुद पर पैसे इन्वेस्ट करे या खुद को पैसे दे उसके बाद जो पैसे बचे वो दूसरी जगह लगाए। सबसे पहले दुसरो को भुगतान करना गलत आदत है।
जिद – जिद अहंकार और अज्ञान का मिला जुला रूप है। जिस चीज का मुझे knowledge है उससे मेरे पास पैसा आता है या उस knowledge से में पैसे कमा सकता हूँ। हर बार जिद करने से हम पैसा गवाते है। अगर आप किसी चीज में कमजोर है तो आप उस field के किसी expert या उस चीज से related कोई book पढ़ के अपना knowledge बढ़ा सकते है।
Rich Dad Poor Dad PDF Download in English
Rich Dad Poor Dad pdf Download in Hindi
अगर आप इस rich dad poor dad audio book सुनना चाहते हैं तो आप kuku fm app पर सुन सकते हैं। Kuku fm app पर आप लोग 10000 से ज्यादा books audio format में सुन सकते हैं। Kuku fm एक paid app है। इसका subscription आप 399rs में एक साल के लिए ले सकते है। Kuku fm app अगर यहां दिए गए link से download करते हैं और CWQIB36 coupon code use करते हैं तो आप 60% तक discount प्राप्त कर सकते हैं।
Conclusion
Rich dad poor dad अपना financial knowledge बढ़ाने और अपनी पैसे की समझ बढ़ाने के लिए best book है। मैं आप सभी को suggest करूँगा की ये book एक बार जरूर पढ़िए हो सके तो सबसे पहले यही book पढ़नी चाहिए। अभी Amazon से ये book हिंदी में खरीदने के लिए यहाँ click करें।