Wilma Rudolph की Motivational Story

Wilma Rudolph Biography

Hello दोस्तो!

मंजिले उन्ही को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता होसलो से उडान होती है।

दोस्तो, क्या आपने Wilma Rudolph का नाम सुना है? आज हम आपको Wilma Rudolph की Motivational story के बारे में बताने जा रहे हैं।

Wilma Rudolph कौन थी ?

अगर आप जानना चाहते है की विल्मा रूडोल्फ कौन थी तो आपको बता दे Wilma Rudolph एक ऐसी लड़की थी जिसको बचपन में ही पोलियो हो गया था और साथ ही साथ  “Double Pneumonia” और “Scarlet Fever” जैसी खतरनाक बिमारियों ने उनको घेर लिया था।

पोलियो की वजह से उनके left पैर ने काम करना बंद कर दिया था पर इस सब के बावजूद उन्होंने 1960 के Olympics में 1 नहीं 2 नहीं बल्कि पुरे 3 Gold Medals जीते और वो भी जानते है किस sports में? Running me. जी हाँ दोस्तो आपने सही पढ़ा Running में।

अब सोचने वाली बात ये है कि जो लड़की ठीक से चलने में भी सक्षम नहीं थी वो लड़की running में gold medal कैसे जीत सकती है। तो आइये Wilma Rudolf के बारे में जानते हैं।

Wilma Rudolf का बचपन

Wilma Rudolf का जन्म America में  23 june 1940 को एक गरीब family में हुआ था।  Wilma Rudolf एक premature child थी। उनका जन्म वक़्त से पहले हो गया था। जन्म के time उनका वजन था 2kg से भी कम।

जबकि WHO(world health organization) के अनुसार एक स्वस्थ बच्चे का जन्म के time वजन 2.30kg से लेकर 3kg तक होता है। इसकी वजह से उनको कई अलग अलग बीमारियों ने घेर लिया था।

जब वो 4 साल की हुई तो उनको Polio हो गया। वो धीरे -धीरे Polio से  recover तो कर  गयी पर उन्होंने अपने  Left Foot और Leg की Strength खो दी थी। जिसकी बजह से  चलने के लिए  Wilma को Calipers का सहारा लेना पड़ा।

उस  Time America में नस्ल भेद या रंग भेद  चलता था। मतलब  गोरे और काले लोगों में भेदभाव करना। उस  time काले या अश्वेत लोगों के लिए हॉस्पिटल्स बहुत कम थे।

so Wilma की माँ को  Wilma के इलाज़ के लिए कम  से कम 50 miles (80 km) का सफर तय करना पड़ता था। पर doctors ने भी हार  मान ली और कहा के ये लड़की की बिना calipers के सहारा नहीं चल सकती।
Wilma Rudolph Biography

जब उसने  School जाना शुरू किया तो सब बच्चे खेलते तो उसका  भी मन खेलने को करता पर वो क्या करती उसको बहुत बुरा  लगता था।  एक बार class में उसने अपनी  teacher से running और  Olympics के बारे में पूछा तो सब बच्चे उस पर हॅसने लग पड़े और टीचर ने भी उसको कहा के तुम दौड़ तो सकती नहीं फिर क्यों पूछ रही हो।

जब  sports की class start हुई  तो सब  students खेलने लगे पर उसको  सबसे अलग कर दिया गया और उसी दिन उसने ठान लिया के  running करेगी और  Olympics में जीत के  दिखाएगी।

अगले ही दिन उसने  calipers को फेंक दिया  और  बिना किसी सहारे के चलने की कोशिश करने लगी। उसकी माँ ने भी उसे बहुत  support किया। शुरुवात ने उन्हें बहुत  दर्द हुआ।

बार- बार गिरने की वजह से कई चोटें भी लगी पर वो अपना  decision ले चुकी थी। वो अब अपनी life बदलना चाहती थी चाहे कुछ भी हो जाए। फिर वो left पैर में ऊँची एडी वाले जूते पहन के खेलने लगी।

Wilma Rudolf का Olympic का सफर

बाद में वो  ED Temple नाम के  Coach से मिली और उन्होंने अपना Olympic में गोल्ड मैडल जीतने  का  सपना बताया।  Coach उनके जज़्बे को देख कर बहुत खुश हुए और उसे कहा के अगर तुम्हारा इरादा बुलंद है तो तुम्हे कोई  भी नहीं रोक सकता है।

फिर धीरे धीरे उन्होंने अपनी  Training शुरू कर दी।  वो Collages में और बहुत सारी Race में भाग लेने लगी। वो हारती फिर दौड़ती  फिर हारती फिर दौड़ती और बहुत बार हारने के बाद अब वो जितने लगी। 

अब time था  1960 Olympics का।  Wilma इसमें भाग लेने के लिए पहुँच गयी। इस  Olympics में एक और Athlete लड़की जिसका नाम  था JUTTA HEIN. वो भी इस Olympics में दौड़ रही थी और उसको आज तक कभी भी हराया नहीं जा सका था। पर इस बार कुछ अलग होने वाला था।

Wilma ने  Jutta Hein को पहले  100 meter की  race में हरा के  gold medal अपने नाम किया फिर 200 meter और फिर  400 meter race में भी हरा दिया और 3 gold medal अपने नाम किये। ये एक  history बन गयी के जो लड़की बचपन में चल नहीं सकती कैसे वो दुनिया की सबसे तेज़ दौड़ने वाली लड़की बन गयी।

November 12, 1994 को Wilma Rudolf जी का निधन हो गया था। मौत की बजह  brain cancer थी और उस वक़्त उनकी उम्र  54 साल थी।

तो दोस्तों ये सब हुआ उनके पक्के इरादे से उनकी लगन से और उनके Focus से और जो था दुनिया की सबसे तेज़  runner बनने का। हम अपना मन बना ले किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के तो हमें पूरी मेहनत से जूट जाना चाहिए।

उम्मीद है आपको Wilma Rudolph की Motivational story से कुछ सिखने को मिला होगा। अगर आप Wilma Rudolph के बारे में ओर अधिक पढ़ना या जानना चाहते है तो आप ये book पढ़ सकते है। Wilma Rudolph: A Biography

दोस्तों में आपको एक book recommend करना चाहता हूँ  इसको आप जरूर पढ़िए जिसका नाम है  “The One Thing” आप चाहे  तो ये  book online खरीद सकते है  amazon या  Flipkart से या बाहर कहीं किसी  book shop से। जितनी बार आप इस book को पढ़ेंगे उतना ही आप अपनी  concentration power improve करते जाओगे और आपको अपनी  one thing मतलब अपना एक लक्ष्य ढूंढ़ने में मदद मिलेगी।

इस Motivational story को आगे जरूर share कीजियेगा |

धन्यवाद|