लालची के हाथ कुछ नहीं लगता है | Lalchi kutta story in Hindi with moral

Lalchi kutta story in Hindi : एक बार की बात है। एक गांव में एक कुत्ता रहता था जिसे बहुत भूख लगी थी। वह खाने की तलाश में इधर उधर भटक रहा था लेकिन उसे कहीं भी कुछ खाने को नहीं मिल रहा था।

फिर ढूंढते ढूंढते उस कुत्ते को एक रोटी का टुकड़ा मिल गया जिसे देखकर कुत्ता बहुत खुश हुआ। उसने वह रोटी का टुकड़ा मुंह में डाला और जल्दी से अपने घर की तरफ भागने लगा।

जब वह कुत्ता घर जा रहा था तो उसके रास्ते में एक तालाब आता था। कुत्ता जैसे ही उस तालाब के पास से गुजरा उसने वहां पर अपनी परछाई देखी।

लालची के हाथ कुछ नहीं लगता है | Lalchi kutta story in Hindi with moral 1

परछाई में उसे एक कुत्ता दिखाई दिया जिसके मुंह में भी रोटी का टुकड़ा था। उसके मुंह में रोटी का टुकड़ा देखकर कुत्ते की मन में लालच आ गया।

उसने सोचा कि अगर मुझे यह दूसरा रोटी का टुकड़ा भी मिल जाए तो कितना अच्छा होगा। ऐसा सोचकर वह उस दूसरे कुत्ते पर भौंकने लगा।

लालची के हाथ कुछ नहीं लगता है | Lalchi kutta story in Hindi with moral 2

जैसे ही उसने भोंकने के लिए मुंह खोला उसका खुद का रोटी का टुकड़ा पानी में गिर गया और उसको अपने वाले रोटी के टुकड़े से भी हाथ धोना पड़ा। अब जो बेचारा क्या करता दुखी होकर अपने रास्ते चला गया।

Moral: लालच बुरी बला है।