Laxmi ji ki aarti in hindi

दोस्तों
लक्ष्मी माँ को धन की देवी कहा जाता है इसलिए सभी लोग जो कभी गरीब नहीं होना चाहते वो लक्ष्मी जी की पूजा करते है। Laxmi ji ki aarti का भी ख़ास महत्व है। ख़ास कर के दिवाली के समय हर घर में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। अगर आप रोज लक्ष्मी जी की आरती गाते है तो आप कभी भी दरिद्र नहीं होंगे।

हमें अपने घर में लक्ष्मी जी बैठी हुई मुद्रा की तस्वीर या मूर्ति रखनी चाहिए इससे घर में धन की कमी नहीं रहती है। हमें कभी भी लक्ष्मी माँ की खड़ी हुई मुद्रा की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए।

जिस पर लक्ष्मी जी की कृपा हो जाती है वो कभी गरीब नहीं रहता है। लक्ष्मी जी देवताओं और राक्षसों द्वारा किये गए समुन्दर मंथन के समय समुन्दर से प्रकट हुई थी।

माँ लक्ष्मी जी आरती फलदायी होती है। आज हम यहाँ laxmi aarti lyrics in hindi और English में share करने जा रहे है।

laxmi ji ki aarti in hindi

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता,
तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता,
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता,
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता,
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता,
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता,
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता,
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता,
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन सेवत,मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता!
ॐ जय लक्ष्मी माता !!

laxmi aarti आप नीचे video पर click करके भी सुन सकते है।

laxmi ji ki aarti lyrics English or hinglish

Om jai lakshmi mata, maiya jai lakshmi mata
tumako nishidin sewat, maiya jee ko nishdin sewat!
hari vishnu vidhata, om jai lakshmi mata!!

uma rama brahmani, tum hi jag-mata,
surya-chandrama dhyavat naarad rishi gata!
om jai lakshmi mata !!

durga roop niranjani, sukh sampatti data,
jo koi tumako dhyavat, riddhi-siddhi dhan pata!
om jai lakshmi mata!!

tum patal-nivasini, tum hi shubhdata,
karma-prabhav-prakashini, bhavanidhi ki trata!
om jai lakshmi mata!!

jis ghar mein tum rahti, sab sadgun aata,
sab sambhav ho jata, man nahi ghabrata!
om jai lakshmi mata!!

tum bin yagya na hote, vastra na koi pata,
khan-pan ka vaibhav, sab tumase aata!
om jai lakshmi mata!!

shubh gun mandir sundar, kshirodadhi jata,
ratna chaturdash tum bin, koi nahi pata!
om jai lakshmi mata!!

mahalakshmi ji ki aarti, jo koi jan gata,
ur anand samata, paap utar jata!
om jai lakshmi mata!!

om jai lakshmi mata, maiya jai lakshmi mata,
tumako nishidin sewat, maiya jee ko nishdin sewat!
hari vishnu vidhata, om jai lakshmi mata!!

हमें भगवान् विष्णु जी की पूजा लक्ष्मी जी से पहले करनी चाहिए इससे वह जल्दी प्रसन्न होती है। laxmi mata ki aarti  के बिना लक्ष्मी जी की पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। इसलिए लक्ष्मी जी की पूजा ख़त्म होने पर Laxmi ji ki aarti जरूर गानी चाहिए। लक्ष्मी चालीसा पढ़ने के लिए आप यहाँ click कर सकते है।

लक्ष्मी जी की पूजा के कुछ मुख्य अवसर है कोजागर पूर्णिमा,वैभव लक्ष्मी व्रत, लक्ष्मी पंचमी जो की चैत्र शुक्ल पंचमी को मनाई जाती है ,लक्ष्मी जयंती जो की फाल्गुन पूर्णिमा को मनाई जाती है और इसके साथ वरलक्ष्मी व्रत त्यौहार भी लक्ष्मी पूजा के लिए मनाए जाते हैं।

इन अवसरों पर लक्ष्मी जी की पूजा की जाए तो वो जल्दी प्रसन्न होती है। शुक्रवार लक्ष्मी जी की पूजा के लिए विशेष दिन माना गया है।

अगर आप लोग लक्ष्मी जी के बारे में और जानना चाहते है तो यहाँ पढ़ सकते है।

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